कार्य प्रणाली
देश में विकसित एवं विकराल रूप ले चुका भ्रष्टाचार हमारे देश के विकास को अवरुद्ध कर रहा है। काले धन की समान्तर अर्थव्यवस्था हमारे देश में स्थापित और भ्रष्टाचार की छाँव में दिन प्रतिदिन यह फल-फूलती जा रही है। भ्रष्टाचार प्रजातंत्र के मूल्यों को नष्ट करता है, आर्थिक विकास में रुकावटें पैदा करता है और सरकार की बराबरी और न्याय के लिए शासन, प्रशासन को अपनी कार्य प्रणाली में पारदर्शिता लानी होगी। सुचना का अधिकार इस ओर एक महत्वपूर्ण पहल है। सरकार का यह दायित्व है और वह अपनी नीतियों एवं निर्णय के बारे में अधिक से अधिक सुचना जनता को उपलब्ध कराये।
Corruption, which has developed and taken a formidable form in the country, is blocking the development of our country. Parallel economy of black money is established in our country and it is flourishing day by day under the shadow of corruption. Corruption destroys the values of democracy, creates obstacles in economic development and for the equality and justice of the government, the administration has to bring transparency in its functioning. Right to Information is an important initiative in this direction. It is the responsibility of the government and it should make available maximum information about its policies and decisions to the public.
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वेद प्रचारक स्वामी दयानन्द महर्षि स्वामी दयानन्द ने वेद प्रचार के लिए ही मुख्यतः सर्वाधिक प्रयत्न किये। उनके मौखिक प्रचार के अतिरिक्त वेदों का भाष्य, सत्यार्थप्रकाश, ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका एवं संस्कारविधि आदि विभिन्न ग्रन्थ वेद प्रचार के ही अंग-प्रत्यंग हैं। वह महाभारत काल के बाद के अपूर्व वेद प्रचारक हुए हैं।...