संसार में जितने महापुरुष हुए, उनमें असीम कर्मठताए एवं निष्ठा एक साथ स्वयं के जीवन के एक-एक पल समाज के उत्थान के लिये समर्पित किये हैं। रामकृष्ण परमहंस, महर्षि दयानंद, स्वामी विवेकानन्द, स्वामी रामतीर्थ, लोकमान्य तिलक, महात्मा गांधी, डॉक्टर हेडगेवार आदि अनेक महापुरुषों के जीवन में उनकी श्रेष्ठ उद्यमशीलता के दर्शन होते हैं। उन में से किसी ने भी एक क्षण के लिए आलस्य किया हो ऐसा कहीं उदाहरण मिलता नहीं है। उनके लिये आलस्य हराम है का मूलमंत्र है।
Among all the great men in the world, they have dedicated each and every moment of their lives for the upliftment of the society with immense hard work and loyalty. In the lives of many great men like Ramakrishna Paramhansa, Maharishi Dayanand, Swami Vivekananda, Swami Ramtirtha, Lokmanya Tilak, Mahatma Gandhi, Dr. Hedgewar, etc., their best entrepreneurship is visible. There is no instance of any of them being idle for a moment. For them, laziness is forbidden.
Entrepreneurship | Arya Samaj Online 9302101186 | Arya Samaj Marriage Ceremony | Marriage in Arya Samaj | Arya Samaj Ceremony | Arya Samaj Marriage Conductor | Arya Samaj Marriage Booking | Arya Samaj Pandits Helpline | Hindu Marriage Helpline | Marriage by Arya Samaj Mandir | Arya Samaj All India | Arya Samaj Shadi | Hindu Pandits Helpline | Marriage in Arya Samaj Mandir | Arya Samaj Court Marriage | Arya Samaj Marriage Consultant | Arya Samaj Shadi Procedure | Hindu Wedding Helpline Indore | Arya Samaj Shaadi | Hindu Matrimony Annapurna Indore
समस्त विद्याएं भारत से संसार में फैले विभिन्न मतमतान्तरों का स्त्रोत भारत देश ही रहा है। संस्कृत की महिमा में महर्षि दयानन्द ने दाराशिकोह का एक उदाहरण दिया है। दाराशिकोह लिखता है कि मैंने अरबी आदि बहुत सी भाषाएं पढी, परन्तु मेरे मन का सन्देह छूटकर आनन्द नहीं हुआ। जब संस्कृत देखा और सुना तब...
स्वामी दयानन्द द्वारा वेद प्रचार स्वामी दयानन्द सत्य की खोज में अपनी आयु के बाईसवें वर्ष में घर से निकले पड़े थे। पूरे देश का भ्रमण करते हुए मिलने वाले सभी गुरुओं की संगति व सेवा करके अपनी अपूर्व बौद्धिक क्षमताओं से उन्होंने अपूर्व ज्ञान प्राप्त किया था। वह सिद्ध योगी बने और उन्होंने संस्कृत भाषा की आर्ष व्याकरण पद्धति,...
निर्णय लेने की प्रक्रिया में समय की अत्यन्त महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। जो निर्णय समय रहते ले लिए जाते हैं और आचरण में लाए जाते हैं, वे अपना आश्चर्यजनक परिणाम दिखाते हैं। जबकि समय सीमा के बाहर एक सेकण्ड का विलम्ब भी भयंकर हानि पहुँचाने का कार्य कर सकता है। इसलिए फैसले लेने के लिए सही समय पर...